Vocal stress, Vocal pain, Vocal Crack problem after Riyaz रियाज करने के बाद गला क्यों बैठ जाता है
Cause of Bad throat
It is very important to understand the reason why the throat gets bad after doing Riyaz. Take care not to get a sore throat, you will also understand this.
If Riyaz is done wrongly then there is a possibility of sore throat. Even if we are doing Riyaz correctly, sometimes the throat can get sore.
If the wrong scale has been selected to riyaz, then the throat can gets bad. If the voice is not able to reach the sound of the higher octave and forcibly wants to go to the throat, then the throat can get worse. If you suddenly have too much Riyaz from your regular time on any day, then the throat can get worse. In the morning, without doing basic Riyaz, the throat can get worse even if you start singing on the notes of higher octave suddenly.
Proper Riyaz
Riyaz also has to be done properly to keep the throat good. Never hurry to make a riyaz. First of all, only after doing Riyaz of Sa, Kharj’s Riyaz, Riyaz of Holding Notes, etc. then Palta/Alankar should be done. After that, any raga that you are learning should be started. Then after singing the Taan, Sargam etc. of that raga, then we should make the riyaz of Gamak.
गला खराब होने का कारण
रियाज़ करने के बाद गला क्यूं खराब होता किस कारण से होता है ये बात समझना बहुत जरूरी है। क्या ख्याल रखें कि गला खराब नहीं हो, ये बात को भी समझेंगे।
रियाज अगर गलत तरीके से हो तो गला खराब होने की संभावना रहती है। अगर हम रियाज़ सही ढंग से कर रहे हैं फिर भी कभी कभी गला खराब हो सकता है।
अगर रियाज़ करने के लिए गलत स्केल का चयन हो गया है तो गला खराब हो सकता है। अगर तार सप्तक के सुर पर आवाज़ नहीं पहुंच पा रही है और जबरदस्ती गले को के जाना चाह रहे हैं तो भी गला खराब हो सकता है। अगर अचानक से किसी दिन अपने नियमित समय से बहुत ज्यादा रियाज़ कर लिए हैं तो भी गला खराब हो सकता है। सुबह में बेसिक रियाज़ किए बगैर अचानक से तार सप्तक के सुरों पे गायकी करने लगेंगे तो भी गला खराब हो सकता है।
सही रियाज़
गला ठीक रखने के लिए रियाज़ भी सही से करना होता है। रियाज़ करने में कभी भी जल्दीबाजी नहीं करना चाहिए। सबसे पहले सा का रियाज़, खरज का रियाज़, होल्डिंग नोट्स का रियाज़ इत्यादि करने के बाद ही पल्टा अलंकार का रियाज़ करना चाहिए। उसके बाद फिर कोई राग जो आप सीख रहे हैं उसको शुरू करना चाहिए। फिर उस राग का तान, सरगम इत्यादि करके फिर गमक का रियाज़ करना चाहिए।
Vocal Stress Voice Crack problems after riyaz रियाज़ करने के बाद गला खराब