What is Sthai and Antara in Song गाने में स्थाई और अंतरा क्या है
Often all songs contain two parts; Sthai and Antara.
Sthai and Antara
The first part of the song is called Sthai. Most of the Sthai are between mid-octaves and lower-octaves. In some Uttarang ragas, Sthai go up to S° and R°. The Sthai is repeated repeatedly. The singer roams and comes in a Sthai part.
The second part of the song is called Antara. It starts in the middle of the mid-octave, or goes to the high octave. The antara sometimes stops at the high octave and sometimes moves up to middle or fifth of the middle octave.
अक्सर सभी गीतों में दो भाग होते हैं; स्थाई और अंतरा।
स्थाई और अंतरा
गीत के प्रथम भाग को स्थाई कहते हैं। ज्यादातर स्थाई मध्य सप्तक और मंद्र सप्तकों में होता है। कुछ उत्तरांग रागों में स्थाई तार सप्तक के सा° और रे° तक भी चली जाती है। स्थाई को बार-बार दोहराया जाता है। गायक घूम फिर कर स्थाई भाग में आता है।
गीत का दूसरा भाग को अंतरा कहते हैं। यह मध्य सप्तक के ग, म या प से शुरू होकर तार सप्तक में जाता है। अंतरा कभी तार सप्तक पे भी रुक जाता है और कभी मध्य सप्तक के मध्यम या पंचम तक चला आता है।