What is Nibaddh and Anibaddh gaan निबद्ध और अनिबद्ध गान क्या है
Nibaddh Gaan
The music which is rhythmic is called the Nibaddh Gaan. Songs prevalent in modern times like Dhrupad, Dhamar, Tappa, Khayal, Thumri etc. are called Nibaddh gaan. Just as the two sections of the modern song are considered Sthai and Antara, similarly the five sections of the ancient song like Udgrah, Dhruva, Melapak, Antara and Abhog are considered.
Anibaddh Gaan
The one who is not tied to the rhythm, only the vocal, is called the Anibaddh gaan. Like Alap. Mainly Alap is used before the song. In ancient times, four types of Alap were considered – Ragalap, Rupakalap, Aalptigan and Swasthaan.
निबद्ध गान
जो संगीत तालबद्ध होती है उसे निबद्ध गान कहते हैं। आधुनिक काल में प्रचलित गीत जैसे ध्रुपद, धमार, टप्पा, खयाल, ठुमरी आदि निबद्घ गान कहलाते हैं। प्राचीन काल के प्रबंध, वस्तु, रूपक आदि निबद्घ गान कहलाते हैं। जिस प्रकार आधुनिक गीत के दो खंड- स्थाई और अंतरा माने गए हैं, उसी प्रकार प्राचीन गीत के पांच खंड जैसे- उदग्राह, ध्रुव, मेलापक, अंतरा और आभोग माने गए हैं।
अनिबद्ध गान
जो ताल में न बंधी हो केवल स्वरबद्ध हो उसे अनिबद्ध गान कहते हैं। जैसे आलाप। मुख्यत: आलाप का प्रयोग गीत के पहले होता है। प्राचीन काल में आलाप के चार प्रकार माने जाते थे- रागालाप, रूपकालाप, आलप्तिगान और स्वस्थान।