What is the difference between Bada Khayal and Chhota Khayal बड़ा ख्याल और छोटा ख्याल में क्या अंतर है
The first difference
The first difference in Bada Khyal and Chhota Khyal is the rhythm or Lay. The Lay of Bada Khyal is very slow. Most of the time, Bada Khyal is sing on Ektaal. All the Martas of the Ektaal has been slowed down into four parts, which are called Bilambit. Khayal singing begins on this Bilambit Lay.
Khayal singing
In the Khayal singing, gayaki starts with alaap then sing Bandish. Then do Vistaar with the word of bandish or with swaras. Vistaar is the most important thing in Khyal gayaki. Vistaar according to the Chalan of Raag is very important in Khyal gayaki. After Vistaar, the rhythm slightly increases and then sargam, taan, Gamak used to sing.
The Chhota Khyal is also called a Drut Bandish. Rhythm of Chhota khayal is faster than Bilambit. It is of mediocre or quick rhythm. To understand the Bada Khyal and Chhota Khyal you start listening to it, then it will be very easy to understand both.
सबसे पहला अंतर
बड़ा ख्याल और छोटा ख्याल में सबसे पहला अंतर है लय का। बड़ा ख्याल का लय बहुत धीमा होता है। ज्यादातर एकताल पर बड़ा ख्याल गया जाता है। एकताल के हर मात्रा को चार भागों में विभाजित करके धीमा लय किया गया है जिसे विलंबित कहते हैं। इसी विलंबित लय पर ख्याल गायकी शुरू होती है।
ख्याल गायकी
ख्याल गायकी में सबसे पहले आलाप गाने के बाद बंदिश की स्थाई शुरू की जाती है। फिर स्थाई के शब्द को लेकर विस्तार किया जाता है। बड़ा ख्याल में सबसे महत्वपूर्ण है विस्तार करना। राग के चलन के अनुसार विस्तार करना बड़ा ख्याल की खासियत है। विस्तार के बाद लय थोड़ा बढ़ाते हैं और सरगम, तान, गमक करके समाप्त किया जाता है।
छोटा ख्याल को द्रुत बंदिश भी कहते हैं। द्रुत मतलब तेज गति का। छोटा ख्याल की गति विलंबित से तेज होती है। ये मध्यलय या द्रुत लय का होता है। छोटा ख्याल में गायक विस्तार करके तान गमक करके गायकी पूरा करते हैं। बड़ा ख्याल और छोटा ख्याल को समझने के लिए आप इसे सुनना शुरू कीजिए तब बहुत आसान हो जाएगा दोनों को समझना।